✴️सियारसिंग्गी✴️
सियार सिंगी से महाशक्तिशाली वशीकरण, सिद्ध कैसे , असली नकली की पहचान और इसे रखने के शक्तिशाली फायदे ?
ॐ मित्रों इस लेख में आपका स्वागत है सियार सिंगी एक बाल के गुच्छे जैसी होती है बहुत कम सियारों में सिंघी पाई जाती है यह सियार के नाक के ऊपर बालों के गुच्छे के रूप में होती है धीरे धीरे यह बड़ी और मजबूत होती जाती है जिसे हम सियार सिंघी के नाम से जानते हैं।
यह अत्यंत चमत्कारी वस्तु है इसे घर में रखने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है इसमें वशीकरण की अत्यंत प्रभावशाली शक्ति होती है इसे सिद्ध कर लिया जाए तो इसकी शक्ति पहले से हजारों गुना बढ़ जाती है इसके माध्यम से किसी के भी द्वारा अपना मनपसंद कार्य करवाया जा सकता है।
सियार सिंगी के फायदे - (सियार सिंगी से क्या होता है)
(1) इसके द्वारा अत्यधिक धनवान बना जा सकता है।
(2) इसके माध्यम से अत्यंत भाग्यशाली बना जा सकता है।
(3) किसी भी क्षेत्र में आसानी से सफलता की प्राप्ति की जा सकती है।
(4) इसके द्वारा पति पत्नी के झगड़े को प्रेम में बदला जा सकता है।
(5) व्यापार में अत्यधिक लाभ कमाने हेतु भी इसका उपयोग किया जाता है।
(6) मनपसंद प्रेम हासिल करने के लिए
(7) इसके माध्यम से किसी को भी खुद की और आकर्षित किया जा सकता है।
(8) कर्ज से मुक्ति हेतु
(9) यह मुकदमे में विजय भी दिलाता है
सियार सिंगी के टोटके -
(1) होली के दिन सियार सिंगी को चांदी की डिब्बी में रखकर हर पुष्य नक्षत्र में सियार सिंघी पर सिंदूर चढ़ाएं ऐसा करने से घर में धन आने के अत्यधिक मार्ग उत्पन्न होंगे और कर्ज से छुटकारा प्राप्त होगा।
(2) चांदी या तांबे की डिब्बी में सियार सिंगी को डालकर इसके ऊपर लोंग और इलायची डालें इसके पश्चात उसके ऊपर सिंदूर डालकर डिब्बी सही तरह से बंद कर दें। अब उस डिब्बी पर लाल कपड़ा लपेटकर उसे अपने मंदिर में, तिंजोरी में या गल्ले में कहीं पर भी रख दें। अब रोज उस स्थान पर ॐ नमो भगवती पद्मा श्रीम ॐ हरीम, पूर्व दक्षिण उत्तर पश्चिम धन द्रव्य आवे, सर्व जन्य वश्य कुरु कुरु नमःl” का जाप 5 बार करें और जो समस्या हो उसे मन में विचार लें ऐसा करने से आपकी वह समस्या दूर होगी। (यह टोटका किसी भी परेशानी को दूर करने में सक्षम है) पारिवारिक लोगों को यह अवश्य करना चाहिए।
सियार सिंगी से वशीकरण -
(3) यह प्रयोग शुक्रवार के दिन करें । एक प्लेट लें और उसके ऊपर जिसे वस में करना हो उसका नाम रोली या कुमकुम से लिख दें अगर आपके पास उसकी कोई फोटो हो तो लिखे हुए नाम के ऊपर उसकी फोटो रख दें इसके पश्चात फोटो के ऊपर सियार सिंघी का स्थापन करें और सियार सिंघी को आराध्य समझते हुए उसपर जल, पुष्प, अच्छत और इत्र अर्पित करें । मिष्ठान का भोग दें और नीचे दिए गए मंत्र का 108 बार जाप करें।
बिस्मिलाह मेह्मंद पीर आवे घोढ़े की असवारी ,पवन को वेग मन को संभाले, अनुकूल बनावे , हाँ भरे , कहियो करे , मेह्मंद पीर की दुहाई , सबद सांचा पिण्ड काचा फुरो मंत्र इश्वरो वाचा.
यह मुस्लिम समुदाय का सटीक कार्य करने वाला मंत्र है लगातार 11 दिनों तक 108 बार जाप करने से यह सिद्ध हो जाता है और 11 दिनों के बाद नाम लिखे हुए प्लेट, चित्र और सियार सिंघी को लाल कपडे में अच्छी तरह से बांधकर कहीं रख दें जब तक सियार सिंघी चित्र से चिपका रहेगा तब तक वह व्यक्ति जिसका नाम आपने लिखा है वह आपके सम्मोहन में रहेगा । सियार सिंगी के शक्ति को ऊर्जावान रखने के लिए रोजाना सियार सिंगी से लपटे कपड़े के समक्ष खड़े होकर दिए गए मंत्र का 21 बार जाप करें ।
(4) सियार सिंगी में उपयोग किए गए उड़द के दाने को जिसके भी घर के दरवाजे में फेंक दिया जाए तो वह व्यक्ति बर्बाद ही जाता है उसकी तरक्की हर प्रकार से रुक जाती है और वह कभी आबाद नहीं हो पाता।
(5) अगर आप किसी भी व्यक्ति का वशीकरण करना चाहते हैं तो सियार सिंगी में उपयोग की गई इलायची उसे खिला दें वह आपके वस में हो जाएगा और आप उससे मनचाहा कार्य करवा सकते हैं।
(7) जो भी व्यक्ति सियार सिंगी अपने पास रखता है उसकी सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
(8) यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मारकेश की दशा हो अथार्थ मृत्यु की दशा हो तो उसे सियार सिंघी हमेशा अपने पास रखना चाहिए इससे लाभ प्राप्त होगा ।
(9) सियार सिंगी के सिंदूर से जो भी व्यक्ति अपनी पत्नी का मांग भरता है या जो स्त्री सियार सिंगी के सिंदूर से खुद का मांग भरती है तो उसका पति हमेशा उसके वस में रहता है।
(10) अगर आप भूत प्रेत आदि से परेशान है तो सियार सिंगी में उपयोग किए गए चावल का उपयोग करने से भूत प्रेत बाधा से मुक्ति मिलती है।
सियार सिंगी सिद्ध करने की विधि -
दीपावली से पूर्व धनतेरस को सियार सिंघी का एक जोड़ा लें उसका लाल कपडे में स्थापन करें और लाल कपड़ा धारण कर लाल आसन पर बैठ जाएं और सरसों के तेल का दिया जला लें। सियार सिंघी पर गंगा जल छिड़कें, चावल चढ़ाएं, 5 लौंग साबुत और 5 चोटी इलायची अर्पित करें । ॐ चामुण्डाये नमः इस मंत्र का 2100 बार जाप करें । जाप समाप्त आने के पश्चात अग्नि में 21 गूग्गल की आहुति दें ऐसा दीपावली तक रोजाना करें ।
दीपावली की रात को पूजा करने के पश्चात नीचे दिए गए मंत्र का सियार सिंघी के सामने 1100 जाप करें।
सियार सिंगी सिद्धि मंत्र
ॐ नमो भगवते रुद्राणी चमुन्डानी घोराणी सर्व पुरुष क्षोभणी सर्व शत्रु विद्रावणी। ॐ आं क्रौम ह्रीं जों ह्रीं मोहय मोहय क्षोभय क्षोभय, मम वशी कुरुं वशी कुरुं क्रीं श्रीं ह्रीं क्रीं स्वाहा।
इस मंत्र का जाप करने के पश्चात सियार सिंघी को किसी तांबे कि डिब्बी या चांदी की डिब्बी में डालकर उसमें 5 लोग, 5 इलायची और एक कपूर का टुकड़ा डाल कर डिब्बी बंद कर दें।
सियार सिंगी का प्रयोग -
मित्रों जब आपको इसका उपयोग करना हो तो सियार सिंगी के सामने ऊपर दिए गए दोनों मंत्रों का जाप एक एक माला करें और माता चामुंडा से उसे अपने अनुकूल होने की प्रार्थना करें इसके पश्चात डब्बी को बंद करके अपने जेब में रख लें ऐसा करने से आपका कार्य संपन्न हो जाएगा।
असली सियार सिंगी की पहचान कैसे करें -
मित्रों कुछ जानकारियां है जिनके हिसाब से आप असली सियार सिंगी की पहचान कर सकते हैं इसके लिए कुछ समय की आवश्यकता होती है - (1) सियार सिंगी के बाल बढ़ते है (2) सियार सिंगी के बाल धीरे धीरे बढ़ते हैं (3) वह हिस्सा जहां बाल नहीं होते वह सिंदूर के साथ गीला रहता है यह कुछ उपाय है जिनके माध्यम से असली सियार सिंगी की पहचान की जाती है।
कुछ ध्यान रखने योग्य बातें : -
(1) प्रयोग की जाने वाली सामग्री जैसे सियार सिंगी, गोरोचन और इत्र असली होना चाहिए ।
*काशी अघोर धर्मार्थ सेवा न्यास*
(2) गौरोचन और इत्र की मात्रा इतनी होनी चाहिए की वह 21 दिन तक चले और उसके पश्चात भी बचा रहे।
(3) यह प्रयोग उन्हीं लोगों पर असर करेगा जिन्हें आप जानते है चाहे वह मित्र हो या शत्रु । अनजान व्यक्ति पर इसका प्रयोग कार्य नहीं करेगा।
(4) इसका प्रयोग अगर आप एक पर करते हैं तो कुछ समय रुकें उसके पश्चात दूसरे पर करें नहीं तो जल्दी जल्दी करने से आप अपनी चेतना खो सकते हैं।
(5) इस प्रयोग के बारे में किसी को पता नहीं होना चाहिए उसे तो बिल्कुल नहीं जिस पर आप इसका प्रयोग कर रहे हैं।
यह कुछ ध्यान रखने हेतु बातें है जिसे ध्यान में रखकर ही इसका प्रयोग करना चाहिए बहुत से लोग आधा अधूरा ज्ञान देकर लोगों को संकट में डाल देते हैं।